World’s tallest Shiva statue विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा

World’s tallest Shiva statue in Hindi विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा

भगवान शिव की विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा World’s tallest Shiva statue

आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार,

ॐ त्रियम्बकं यजामहे

सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं ।

उवरुकमिव बन्धनान्

मृत्योर्मोक्षिय मामृतात् ॥

जयकाल महाकाल

विक्राल शंभू

जीवन हो या मृत्यु

दोनों ही तुम हो

||हर हर महादेव||

हमारे देवाधिदेव महादेव की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लोकार्पण के लिए प्रस्तुत है. गर्व की बात तो यह है कि यह प्रतिमा हमारे भारत देश में बनी है.

विश्व के सबसे ऊंचे महादेव प्रतिमा की ऊंचाई 369ft है. 

यह प्रतिमा राजस्थान के नाथद्वारा जिले में बनी है.  गणेश पहाड़ी के बीचो-बीच प्रतिमा की स्थापना की गई है. 

यह शिव प्रतिमा “विश्वास स्वरूपम” (Statue Of Belief) नाम से जानी जाएगी.

2012 में ऐसी प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव रखा गया. वास्तव में इस मूर्ति के निर्माण का काम 2016 से शुरू हो गया. 

अब 2022 के 6 नवंबर को यह प्रतिमा लोकार्पण की जाएगी. याने हम सब जाकर वह प्रतिमा को अपनी आंखों से देख सकते हैं. 

जमीन से 369ft ऊंचाई पर जाकर जब महादेव की इतनी विशालकाय प्रतिमा देखकर मानो ऐसा ही लगेगा जैसे भगवान शिव शंकर अपने कैलाश पर विराजमान  है. और जीते जी हमें उन्हें देखने का मौका मिल रहा है.

शिव मूर्ति के उद्घाटन के बारे में World’s tallest Shiva statue Inauguration in Hindi

विश्व की सबसे बड़ी शिव मूर्ति “विश्वास स्वरूपम” के उद्घाटन के बारे में. Statue of Belief in Hindi
  • शिव मूर्ति दर्शन के लिए 6 नवंबर 2022 को उद्घाटित की जाएगी.
  • इस मूर्ति का उद्घाटन 6 नवंबर को राम कथा वाचक एवं धर्म उपासक मुरारी बापू द्वारा किया जाएगा.
  •  29 अक्टूबर से 6 नवंबर याने 9 दिन तक राम कथा वाचन का नियोजन किया गया है. 
  • जिस परिसर में मूर्ति का निर्माण किया गया है उस परिसर को तद पदम उपवन यह नाम दिया गया है. 
  • इस 9 दिन मैं उद्घाटन के उपलक्ष में धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है.
World's tallest Shiva statue

सबसे ऊँचे शिव मूर्ति की खासियत World’s tallest Shiva statue Specialities in Hindi

देवाधिदेव शिव की यह प्रतिमा ध्यान एवं अल्लड़ मुद्रा में विराजित है. 2 किलोमीटर दूर से प्रतिमा दिखाई देगी. इस प्रतिमा का निर्माण गुड़गांव के नरेश कुमावत ने किया है. 

पहले इस मूर्ति की ऊंचाई 251 फीट की तय की थी. परंतु बाद में इसे 351 फिट करने का निर्णय लिया गया. और बाद में 18 फीट ऊंची स्टील की गंगा शिव की जड़ों में बनाई गई. इसीलिए इस मूर्ति की ऊंचाई  369 फीट की हो गई. 

इस मूर्ति को मिराज ग्रुप के एमडी मदनलाल पालीवाल द्वारा बनवाया गया है.

विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति की खासियत World’s tallest Shiva statue Specialities in Hindi

  • विश्व के सबसे बड़े शिव प्रतिमा का वजन 3000 टन  है
  • 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा है.
  • 70 फीट शिव भगवान का चेहरा है. 
  • 315ft ऊंचाई पर त्रिशूल है.
  • 16 फीट ऊंचा महादेव का जुड़ा है.
  • 18 फीट ऊंची स्टील की गंगा है.
  • 280 फिट ऊंचाई पर गर्दन है. 
  • 270 फीट की ऊंचाई पर बाया कंधा है. यहां से पूरे नाथद्वारा के दर्शन किए जा सकते हैं.और यही से भगवान शिव के दर्शन भी किए जा सकते हैं. इस ऊंचाई से आपको अरावली की पहाड़िया दिखाई देगी. 
  • 275 फीट की ऊंचाई पर भगवान शिव का दाया कंधा है. यहां से अब  तद पदम उपवन का शानदार नजारा देख सकते हैं. यहीं से भगवान शिव के नाग वासुकी के दर्शन आसानी से हो सकेंगे. 
  • 175 फीट की ऊंचाई पर महादेव का कमरबंद है.
  • 150 फीट है पंजे से घुटने तक की ऊंचाई
  • 110 फीट लंबा पंजा है. जहां से लोग कर सकेंगे चरण वंदना.यहीं पर भगवान शिव का दाया हाथ टिका हुआ है.  इस परिसर में एक छोटी सी गैलरी बनी है जहां से उदयपुर का हाईवे दिखता है. 
  • महादेव की एक कान से दूसरे कान तक जाने के लिए गिलास का ब्रिज बना है. जो 280 फीट की ऊंचाई पर है.
  • इस प्रतिमा को बनाने के लिए 2600 टन स्टील और लोहे का इस्तेमाल किया गया है.
  • 26618 क्यूबिक मीटर सीमेंट कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ है.
  • 30* 25मीटर की है यह प्रतिमा
  • 10 फीट का हिस्सा जमीन के अंदर है.
  • कोरवाल टेक्निक से बनाई जाने की वजह से 250वर्ष तक रखरखाव की आवश्यकता नहीं होगी. 
  • 90 इंजीनियर, 900 कारागीर और 50000 लोगों की मदद से इस जगह का निर्माण किया गया है.

अद्वितीय नंदी के दर्शन World’s tallest Shiva statue Nandi in Hindi

शिव की इस प्रतिमा जिस तरह विश्व की अजूबा है उसी तरह यह के नंदी भी अद्वितीय है. नंदी भगवान शिव के आसन है. शिव के हर मंदिर में नंदी की प्रतिमा होती है. उसी तरह विश्व के सबसे ऊंची शिव प्रतिमा के आगे भी नंदी है.  भगवान शिव की जैसी अद्वितीय प्रतिमा है. वैसी नंदी की प्रतिमा भी अद्वितीय है.

आमतौर हर मंदिर में नंदी बैठे हुए मुद्रा में नजर आते हैं. परंतु यहां बनी नंदी की प्रतिमा खड़ी मुद्रा में और नाचती हुई नजर आएगी. 

नंदी की प्रतिमा 25 फीट ऊंची है. और सदा 30 फीट लंबी है.

विश्व की सबसे ऊंची शिव मूर्ति के परिसर के बारे में World’s tallest Shiva statue Surrounding in Hindi

यह प्रतिमा जिस परिसर में बनी हुई है उस परिसर को नाम  तद पदम उपवन दिया गया है. यह एकमात्र प्रतिमा है जिसमें लिफ्ट, सीढ़ियां, लोगों को बैठने के लिए हॉल बनाया गया है.  कैफेटेरिया एवं गार्डन की भी व्यवस्था है.

  • यह प्रतिमा स्थल 16 बीघा में फैला हुआ है. 
  • पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
  • तीन हर्बल गार्डन है.
  • फूड कोर्ट का भी इंतजाम किया हुआ है.
  • लेजर फाउंटेन एवं हैंडीक्राफ्ट शॉप्स भी यहां देखने मिलेंगे. 
  • भगवान शिव के अभिषेक के लिए पांच 5 लीटर क्षमता के 2 बड़े तालाब बनाए गए हैं.
  • प्रतिमा में 280 फीट तक लिफ्ट लगी है.
  • दो लिफ्ट में एक बार में 29-29 श्रद्धालु 110 फिट तक ऊपर जाएंगे.
  • 280 फीट तक13-13 श्रद्धालु एक साथ जा पाएंगे.
  • मेंटेनेंस स्टाफ के लिए 3 सीढ़ियां होगी.
  • प्रोजेक्टर सहित एक हॉल का निर्माण किया गया है.
  • इस प्रोजेक्टर पर निर्माण कार्य के शुरुआत से अंत तक की प्रक्रिया बताई जाएगी.
  • 1 दिन में 700 लोगों की एंट्री की जाएगी.
  • 10 लोगों की बैच में प्रतिमा को अलग-अलग स्थानों पर दर्शन कराया जाएगा.
  • ऐसा कहा जा रहा है 250 साल तक कोई भी मेंटेनेंस करने की जरूरत नहीं है.
  • 270 से 280 की फीट पर कांच का ब्रिज बना हुआ है.
  • 20 फीट की ऊंचाई पर एक्सपीरियंस गैलरी है. यह इस प्रतिमा का सबसे रोमांचित हिस्सा है ऐसा माना जा रहा है.
  • यह प्रतिमा हवा ,पानी, मिट्टी और आग इन सभी परीक्षा से गुजारा गया है. यह प्रतिमा इन सारे टेस्ट में खरी उतरी है.
  • आराम से यहां पर 7 से 8 घंटे का समय मजेदार तरीके से गुजार सकते हैं.

भगवान शिव के सबसे ऊंची प्रतिमा से जुड़ी मान्यता World’s tallest Shiva statue Story in Hindi

यह भगवान श्रीनाथजी की भूमि है. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान शिव श्रीनाथजी से मिलने नाथद्वारा आए थे. तो इसी टेकरी पर बैठे हुए थे. इसीलिए यह प्रतिमा का निर्माण गणेश टेकरी पर किया गया हुआ है. श्रीनाथजी से मिलने की खुशी भगवान शिव के मुख पर इस प्रतिमा में दिख रही है. ऐसा बताया जा रहा है कि भगवान शिव ने अपना कमंडलु और डमरू को पीछे छोड़ दिया था .  जिस जगह पर डमरु और कमंडलु छोड़ दिया था. उसी जगह पर अलग से प्रतिमाएं बनाई गई है. इसीलिए इस प्रतिमा में भगवान शिव के हाथ में केवल त्रिशूल है.

शिव की विश्व में बनी 5 ऊंची प्रतिमा 5 tallest Shiv Statues in World in Hindi

  1. 369 फीट ऊंची विश्वास स्वरूप नाथद्वारा राजस्थान की प्रतिमा
  2. 143फीट ऊंची नेपाल के कैलाश नाथ मंदिर की प्रतिमा
  3. 123 फीट ऊंची कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर की प्रतिमा
  4. 112 फीट ऊंची तमिलनाडु के आदि योग मंदिर की प्रतिमा
  5. 108 फीट ऊंची मॉरिशस के मंगल महादेव मंदिर की प्रतिमा

निष्कर्ष

 पृथ्वी पर  जीते जी भगवान शिव के कैलाश में बैठे हुए दर्शन करने के लिए. हम सब ने एक बार जरूर इस जगह पर जाना चाहिए. अब से आगे राजस्थान का अगर कोई भी घूमने का प्लान करें तो 1 दिन उसमें ऐड कर दे. 

धन्यवाद

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