Bhadrapad MASS भाद्रपद माह

Bhadrapad MASS भाद्रपद माह

भाद्रपद माह

आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार,

आज हम भाद्रपद मास के बारे में कुछ जानकारी लेंगे  |

भाद्रपद माह, हिन्दू पंचांग के अनुसार भारतीय हिन्दू कैलेंडर का आठवां माह है, जो बारह मासों में से एक होता है।

यह माह हिन्दू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष के पहले मास होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण त्योहार का आयोजन होता हैं।

भाद्रपद माह के आयोजनों और त्योहारों के माध्यम से हमारे संस्कृति और परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमारे समृद्ध और विविध धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।

भाद्रपद माह का आगमन आसमान से बरसती हुई बारिशों के साथ होता है, जिससे प्राकृतिक सौन्दर्य और हरियाली की खुशबू हमारे चारों ओर महसूस होती है।

इस मौसम में विभिन्न प्रकार के पौधों और पौधों की फसलें बहुत ही सुन्दर और सुगंधित होती हैं |

गणेश चतुर्थी GANESH CHATURTHI BHADRAPAD MASS IN HINDI

इस माह का समापन गणेश चतुर्थी के त्योहार से होता है, जो गणेश भगवान के प्रति हमारी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।

इस दिन, लोग गणेश चतुर्थी के त्योहार के लिए अपने घरों में मूर्तियों की पूजा करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रसाद और भोग चढ़ाते हैं।

इसके साथ ही, लोग गणेश भगवान की कथाओं का पाठ करते हैं और उनकी आराधना करते हैं।

गणेश चतुर्थी के त्योहार के दौरान लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर आनंद मनाते हैं |

और खासकर सड़कों पर जुलूस और परेडों का आयोजन करते हैं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी SHREE KRISHNA JANMAASHTAMI BHADRAPAD MASS IN HINDI

भाद्रपद माह के महत्वपूर्ण त्योहारों में एक और महत्वपूर्ण त्योहार है – श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म दिवस को मनाने के लिए मनाया जाता है।

इस त्योहार के दौरान, भगवान के मूर्तियों का अभिषेक किया जाता है | भगवान की कथाओं का पाठ किया जाता है।

भक्त रात को व्रत करते हैं और भगवान के लिए बिना खाए पिए रहते हैं, जिसे “निर्जला व्रत” कहा जाता है

इस त्योहार के दौरान मनाए जाने वाले कार्यक्रम और उपयोगी होते हैं, जिनमें भजन-कीर्तन, रासलीला, और कई प्रकार के खेल-मेल होते हैं।

भाद्रपद माह के अंत में, हिन्दू पंचांग के अनुसार, गणेश विसर्जन का त्योहार आता है।

यह त्योहार गणेश चतुर्थी के दस दिन बाद होता है |

इसमें गणेश भगवान की मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है।

लोग गणेश भगवान की मूर्तियों को धूप, दीपक, फूल और अन्य पूजा सामग्री के साथ नाव मे बिठाते हैं |

गणेश जी को समुद्र/नदियो में विसर्जित करते हैं।

इस त्योहार के दौरान जागरूकता और भक्ति की भावना भी उभरती है, और लोग अपने अच्छ्छे कर्मों के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं।

निष्कर्ष 

सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोन से Cultural and Religious Point Of View Bhadrapad Mass In Hindi

भाद्रपद माह के आयोजनों और त्योहारों का महत्व इसे हमारे समृद्ध संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है |

जो हमें हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मूलों को याद दिलाता है।

इन आयोजनों और त्योहारों के माध्यम से हम अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखते हैं |

जिससे हमारी संस्कृति की अद्भुतता और गहराई को समझा जा सकता है।

  • भाद्रपद माह के आयोजनों के माध्यम से हम भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति का व्यक्ति करते हैं |
  • त्योहारों के दौरान, हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशियों का सामंजस्य बनाते हैं |
  • अपने आस-पास के समाज के सदस्यों के साथ मिलकर अच्छी तरह से मनाते हैं।
  • त्योहार लोगों को अपने धार्मिक और आध्यात्मिक मार्ग पर सटीक रूप से चलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं | उन्हें धर्मिक महत्वपूर्णता की याद दिलाते हैं।
  • भाद्रपद माह के आयोजन और त्योहार हमारे जीवन में सामाजिक और आध्यात्मिक संवाद को सुदृढ़ करते हैं |
  • हमें अपने धर्मिक मूलों के प्रति समर्पित रहने का अवसर प्रदान करते हैं।
इन त्योहारों के माध्यम से हम अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को अधिक मजबूत और गहरा बनाते हैं |
जिससे हमारी समृद्धि और एकता का माहौल बनता है।

इसलिए, भाद्रपद माह के आयोजनों और त्योहारों का महत्व हमारे समाज और संस्कृति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो हमारी विविधता और आध्यात्मिकता की दिशा में एक आदर्श प्रस्तुत करता है |

निष्कर्ष

वैज्ञानिक दृष्टिकोन से Scientific Point Of View Bhadrapad Mass In Hindi

बारिश की वजह से शरीर जड एवं आलसी हो जाता है |

पवित्र नदियो के थंडे पानी से स्नान करने से आलसीपणा दूर हो जाता है |

भाद्रपद माह में अनेक यात्राओं का आयोजन किया जाता है |

जो गरीब दैनिक कार्य करके पैसा कमाते हैं,बरसात के दौरान काम की कमी हो जाती है|

इसलिए हमारे धर्म में इस महीने में गरीबों को दान देने की सलाह दी जाती है ।

भगवान कृष्ण को तुलसी अर्पित करते है चातुर्मास होने के कारण भगवान की पूजा हर रोज की जाती है |

इससे घर में तुलसी आती है। इस तुलसी को दूध में उबालकर पीने से बरसात के दिनों में सर्दी-खांसी से बचाव होता है।

भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित माखन खाने से आयु बढ़ती है |

त्योहार के आधार पर घर में दही, दूध, घी, तुलसी, चीनी/शहद के मिश्रण से पंचामृत बनाया जाता है।

पंचामृत पीने से शरीर को ताकत मिलती है |

पहले के समय में लोग अपने घरों को पंचगव्य यानी गोमूत्र, गाय के गोबर आदि से सजाते थे।

आजकल हम पंचगवा की दीयों जला सकते हैं।

पंचगव्य दीयों के प्रयोग से बरसात के मौसम में आने वाले छोटे-छोटे कीड़े-मकौड़े घर में प्रवेश नहीं करते हैं।

धन्यवाद

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